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राज की चाह में निति खो रही है..

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                                                                                    ॐ श्री जय हंस निर्वाण निरंजन नित्य   आज हम बात करेगें उन वीडियों की जो हम अक्सर मोबाइल या किसी अन्य साधन के जरिये देखते हैं, हम क्या देख रहें हैं और क्यों देख रहें? इसकी जानकारी हमें होगी, तो हम अपनी विचारधारा की दिशा को समझ जायेगें की हमारें विचार किसी और प्रवाहित हो रहें हैं?  हमें  क्या पसंद हैं? हम किससे और कितने प्रभावित होते हैं ? हमारें विचार हमारें अपने हैं या  दूसरें से  प्रेरित हैं ? इन सब प्रश्नों के उत्तर हमें मिल जाये, तो हम अपनी विचार शक्ति की क्षमता परख सकतें हैं,  सामान्य ज्ञान और विशेष ज्ञान यह दो प्रकार का ज्ञान यहाँ लिखा हैं फिर भी ज्ञान तो आखिर ज्ञान है और उसमें सिखने को मिलता है कुछ न कुछ जानने को  मिलता है, ज्ञान सामान्य हैं तो...