हमें हैं, हमारी सोच हैं, हमारा जीवन हैं हमारी जीवनशैली हैं, हमारा स्वभाव हैं, हमारा प्रभाव हैं, हमारी चाल हैं, हमारी ताल हैं,हमारा धमाल हैं, हमारा कमाल हैं, आना-जाना हमसे हैं, खाना-पीना हमसे है, लेना-देना हमसे हैं, रोना-धोना हमसे हैं, विशवास-अविश्वाश हमसे हैं,रात-दिन हमसे हैं,यह अनंत संसार हमारा विस्तार हैं, हम हैं, तो सब हैं, हम ही नहीं, तो कोई भी नहीं, क्योंकि बीज के बिना पेड़ की कल्पना भी संभव नहीं, अत: हम और हमारें होने का संकल्प ही हमारी रचना हैं और उस रचना को व्यक्त करना ही हमारा कर्म हैं|
हमें हैं, हमारी सोच हैं, हमारा जीवन हैं हमारी जीवनशैली हैं, हमारा स्वभाव हैं, हमारा प्रभाव हैं, हमारी चाल हैं, हमारी ताल हैं,हमारा धमाल हैं, हमारा कमाल हैं, आना-जाना हमसे हैं, खाना-पीना हमसे है, लेना-देना हमसे हैं, रोना-धोना हमसे हैं, विशवास-अविश्वाश हमसे हैं,रात-दिन हमसे हैं,यह अनंत संसार हमारा विस्तार हैं, हम हैं, तो सब हैं, हम ही नहीं, तो कोई भी नहीं, क्योंकि बीज के बिना पेड़ की कल्पना भी संभव नहीं, अत: हम और हमारें होने का संकल्प ही हमारी रचना हैं और उस रचना को व्यक्त करना ही हमारा कर्म हैं|
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